Not known Details About Shiv chaisa
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
शिव आरती
समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
ॠनिया जो shiv chalisa in hindi कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
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जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
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जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥ सहस कमल shiv chalisa in hindi में हो रहे धारी ।
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी